जलाधिकार में आपका स्वागत है
जलाधिकार के वेब पेज पर आपका स्वागत है, जलाधिकार एक गैर-सरकारी संगठन है, जो जल के निजीकरण, व्यवसायिकरण के खिलाफ और इसके संरक्षण एवं समुचित उपभोग के लिए कार्य करती है। पानी जीवन है यह सब जानते हैं। सृष्टि की रचना के साथ ही प्रकृति ने हमें निर्बाध रूप से जीवन के निर्वाह हेतु हवा, पानी व प्रकाश प्रचुरता में उपलब्ध कराया है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया है कि जीवन को जीने के लिये इनके किसी भी प्रारूप को बदलने की आवश्यकता नहीं है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि इन प्राकृतिक संसाधनों पर जो जीवन तत्व है, केवल प्रकृति का ही अधिकार है। दुर्भाग्यवश आज के इस भौतिक युग में हमने हर वस्तु का व्यवसाय व निजीकरण शुरू कर दिया है। ऐसा तय करने से पहले हम यह भी विचा...
Read Moreग्लोबल वार्मिंग आज विश्व की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। इससे न केवल मनुष्य बल्कि धरती पर रहने वाला हर प्राणी परेशान है। इससे निपटने के लिए दुनिया भर में प्रयास हो रहे हैं, लेकिन यह समस्या घटने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही है। दरअसल, धरती प्राकृतिक तौर पर सूर्...
हिमालय के ग्लेशियर ही नहीं, बल्कि समुद्र की मरीन इकोलॉजी पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। यह खतरा समुद्री मालवाहक जहाजों के घिट्टी पानी (ब्लास्ट वाटर) से आ रहे जीवाणुओं से हो रहा है जो एक महाद्वीप का पानी लेकर दूसरे में डाल रहे हैं। पानी के जहाजों के इस घिट...
जमीनी हकीकत यह है कि भारत में 1,420,000 गांवों, 1, 95,813 के पानी का रासायनिक संदूषण से प्रभावित कर रहे हैं. जमीन की गुणवत्ता का पानी जो घरेलू आपूर्ति का 85% से अधिक खातों में से कोई भी नदियों के रूप में कई क्षेत्रों में एक बड़ी समस्या है पानी पीने के लिए फिट ...