‘‘छात्रों का नारा – जल है तो कल है’’ – जलाधिकार

‘‘छात्रों का नारा – जल है तो कल है’’ भारत के आम नागरिक के लिए नि:शुल्क एवं शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए अभियान चला रही संस्था ‘‘जलाधिकार’’ के तत्वाधान में नोएडा में नागरिक सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोपाल अग्रवाल ने इस पूरे अभियान की परिकल्पना को स्पष्ट करते हुए बताया कि मनुष्य मात्र का जीवन जल पर पूरी तरह अवलंबित है। वर्तमान में देश में पानी के संरक्षण, वितरण एवं प्रबंधन की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। नागरिकों को प्रचुर मात्रा में शुद्ध पेयजल प्राप्त हो ...
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विश्व जल दिवस – जलाधिकार

विश्व जल दिवस  : पानी के व्यवसायीकरण का विरोध विश्व जल दिवस के अवसर पर देश की राजधानी में स्वयम् सेवी संस्था जलाधिकार के तत्वाधान में पानी की समस्या पर राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजित किया गया। अधिवेशन में सामुहिक परिचर्चा में वक्ताओं ने विचार व्यक्त करे हुये कहा कि सृष्टि की रचना के साथ ही प्रकृति ने हमें निर्बाध रूप से हवा, पानी व प्रकाश प्रचुरता में उपलब्ध कराया है। प्राणी मात्र के लिए प्रकृति प्रदत्त पंचतत्व अमूल्य हैं। सृष्टि रचना में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। अतः प्रकृति के नियमों के तहत ही ...
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