जल अदालत – जलाधिकार

जल अदालत जलाधिकार एवं नोएडा आरडब्लयूए पानी बिलों के खिलाफ संघर्ष के राह पर जलाधिकार (स्वयंसेवी संगठन) के तत्वाधान में नोएडा के विभिन्न सेक्टरों के निवासी कल्याण संघों (आरडब्लयूए) के प्रतिनिधियों की एक विशाल सभा में यह निर्णय लिया गया कि नोएडा प्राधिकरण के द्वारा हाल ही में नोएडा के निवासियों को लाखों एव हजारों के पानी के बिलों का भुगतान न करने का निर्णय लिया गया। जलाधिकार के अध्यक्ष श्री गोपाल अग्रवाल ने लोगों को आगाह किया कि सरकार पेयजल की कमी का बहाना बनाकर जल संसाधनों का निजीकरण करना चाहती ...
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विश्व जल दिवस – जलाधिकार

विश्व जल दिवस  : पानी के व्यवसायीकरण का विरोध विश्व जल दिवस के अवसर पर देश की राजधानी में स्वयम् सेवी संस्था जलाधिकार के तत्वाधान में पानी की समस्या पर राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजित किया गया। अधिवेशन में सामुहिक परिचर्चा में वक्ताओं ने विचार व्यक्त करे हुये कहा कि सृष्टि की रचना के साथ ही प्रकृति ने हमें निर्बाध रूप से हवा, पानी व प्रकाश प्रचुरता में उपलब्ध कराया है। प्राणी मात्र के लिए प्रकृति प्रदत्त पंचतत्व अमूल्य हैं। सृष्टि रचना में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। अतः प्रकृति के नियमों के तहत ही ...
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यमुना में 80 फीसदी गंदगी दिल्ली की देन 15 साल लगेगें साफ करने में – उमा भारती

देश की राजधानी दिल्ली से होकर गुजरने के दौरान यमुना लदी सर्वाधिक 80 फीसदी गंदी हो जाती है जहां 18 नाले भारी मात्रा में राजधानी के जलमल को यमुना नदी में छोड़ते है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को इस स्थिति पर चिंता जाहिर की साथ ही कहा कि मौजूदा रफ्तार के साथ यमुना नदी को साफ करने में अभी और 15 साल का समय लगेगा। जल संसाधन, नदी विकास एंव गंगा संरत्रण मंत्री उमा भारती ने लोकसभी में प्रश्नकाल के दौरैन यमुना की सफाई संबधी अभियान को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में बताया कि यमुना दिल्ली से होकर गुजरने व...
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जल, जंगल, जमीन बचाने 74 गांवों में 6 करोड़ खर्च

वनांचल क्षेत्र के 74 गांवों में जल व भूमि संरक्षित करने तीन-चार वर्षों में 6 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। एकीकृत जल ग्रहण क्षेत्र प्रबंधन कार्यक्रम के तहत जिले के 47 ग्राम पंचायतों में 5 परियोजनाओं के माध्यम से जल, जमीन और जंगल संरक्षित करने विविध विकास कार्य कराए गए है। इन पंचायतों में विभिन्न कार्यों के लिए संचालित 5 परियोजनाओं में 26 करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृत है। जल संरक्षित करने और भूमि का कटाव रोकने एकीकृत जल ग्रहण क्षेत्र प्रबंधन कार्यक्रम संचालित है, जिसके तहत ज...
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यमुना में बढ़ा पानी , पैमाना 110 मीटर के पार

यमुना नदी में पानी ने एक बार फिर से बढ़त बनानी शुरू कर दी है। बुधवार शाम को 108 मीटर पर ठहरे जलस्तर ने गुरुवार सुबह 110 का पैमाना पार कर लिया था। वहीं पानी का बहाव खतरे के निशान से सिर्फ 2.70 मीटर दूर ही रह गया है। पानी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला प्रशासन भी सर्तक हो गया है। वहीं केंद्रीय जल आयोग के कर्मियों का कहना है कि यमुना में बरसात के पाने के कारण जलस्तर बढ़ रहा है। उन्होंने जल्द ही पानी कम होने की संभावना जताई है। आसपास क्षेत्रों में रूक-रूक कर हो रही बरसात के कारण यमुना में ज...
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