भारत में स्वच्छता और स्वास्थ्य पर फैक्ट शीट

भारत : खुले में शौच की वैश्विक राजधानी 1. भारत एक दिवसीय क्रिकेट में विश्व चैंपियन है लेकिन खुले में शौच का करने वाली 62 करोड़ 20 लाख की आबादी (राष्ट्रीय औसत 53.1 प्रतिशत) के साथ भारत खुले में शौच की वैश्विक राजधानी भी है। भारत की यह संख्या अगले 18 देशों की खुले में शौच करने वाली संयुक्त आबादी से दोगुने से ज्यादा है, दक्षिण एशियाई देशों की खुले में शौच करने वाली में 69 करोड़ 20 लाख की आबादी का 90 प्रतिशत है और यह खुले में शौच करने वाले दुनिया में 1.1 अरब लोगों का 59 प्रतिशत है। 2. 2011 की जन...
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पानी का बढता दुरुपयोग

नलकूपों की संख्या बढ़ने का अर्थ है भूमिगत पानी का ज्यादा उपयोग। जो हाल दूसरे सभी संसाधनों के शोषण का है, वही पानी का भी है। उसका बेहिसाब दुरुपयोग होता है। इस कारण से भी पानी की सतह नीची होती जा रही है। कुदरती तौर पर जितना पानी भूमिगत भंडार में भरता है, उससे ज्यादा पानी नलकूप बाहर खींच लाते हैं। इसका मतलब यह कि यह कीमती भंडार हमेशा से घटता जा रहा है। इस घटे की मात्रा के बारे में कोई अधिकृत तथ्य प्राप्त नहीं हैं। एक कारण तो यह है कि भूमिगत जल संबंधी बोर्ड हाल में बना है और उसने अभी-अभी काम शुरू कि...
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साइप्रस करेगा पानी का आयात

कभी सुना है कोई देश पानी का आयात कर रहा है? जी हाँ पानी का आयात. साइप्रस आजकल पानी का आयात कर रहा है। अगर आप नहीं जानते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की साइप्रस भूमध्य सागर में स्थित एक छोटा सा द्वीप देश है। साइप्रस पूर्वी भूमध्य सागर में तीसरा सबसे बड़ा द्वीप है। यंहा पानी का मुख्य स्रोत वर्षा और हिमपात है। सभी भूमध्य सागर तटीय देशों की तरह यहां पर बारीश सर्दियों में होती है। पिछले ३-४ सालों में साइप्रस में बारीश काफी कम हुई है और परिणाम स्वरूप यहाँ के जलस्रोत सूख गए हैं। यह ख़बर लिखे जाने...
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पानी पर खतरे की घंटी सुनना जरुरी

भूमिगत जलस्रोतों को कभी अक्षय भंडार माना जाता था, लेकिन ये संचित भंडार अब सूखने लगे हैं। पिछले 50-60 बरस में डीजल और बिजली के शक्तिशाली पम्पों के सहारे खेती, उद्योग और शहरी जरूरतों के लिए इतना पानी खींचा जाने लगा है कि भूजल के प्राकृतिक संचय और यांत्रिक दोहन के बीच का संतुलन बिगड़ गया और जलस्तर नीचे गिरने लगा। केंद्रीय तथा उत्तरी चीन, पाकिस्तान के कई हिस्से, उत्तरी अफ्रीका, मध्यपूर्व तथा अरब देशों में यह समस्या बहुत गंभीर है, लेकिन भारत की स्थिति भी कम गंभीर नहीं है। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी ...
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पानी की कमी का असर दिमाग पर

जल ही जीवन है यह हम सभी जानते हैं। पानी की एक और खूबी अब वैज्ञानिकों ने खोज ली है। एक नए अध्ययन में कहा गया है कि जब आप अपने आपे से बाहर हों तो पानी आपको शांति दे सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टिकट के अनुसंधानकर्ताओं का दावा है कि शरीर में पानी की थोड़ी भी कमी होने से मिजाज पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है और महिलाओं में यह बात खासतौर पर देखी जा सकती है। डेली मेल की खबर के मुताबिक अध्ययन कहता है कि पानी से किसी का मिजाज, ऊर्जा का स्तर और सही तरीके से सोचने की क्षमता बदल सकती है। अनुसंधानकर्ता प...
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